अन्वेषक: मीनाक्षी उमेश व्यवसाय: वैकल्पिक शिक्षाविद् स्थान: धर्मापुरी, तमिलनाडु आज पूरी दुनिया मनुष्यों के द्वारा की गयी गलतियों के कारण जलवायु परिवर्तन के विनाशकरी प्रभावों का अनुभव कर रहीं है, पानी की गुणवत्ता में कमी, मिट्टी का क्षरण, बाढ़, बढ़ते तापमान, बारिश के पैटर्न में अप्रत्याशित परिवर्तन, और जैव विविधता के नुकसान, समुद्र के जलस्तर का बढ़ना जैसी कई विनाशकरी चुनौतियाँ हमारे सामने सिर उठा के खड़ी हैं और हमारा मज़ाक उड़ा रही है। इन समस्याओं का सबसे ज्यादा प्रभाव उन लोगों पर होता है जो सीधे तौर पर प्रकृति के साथ मिलकर अपना जीवन जीते है और वे लोग जो प्रकृति को अपना भगवान मानते है। ये किसान, मछुआरे,…
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